चेन्नई। सोमवार को मद्रास हाई कोर्ट को केन्द्र सरकार ने बताया कि विजय माल्या की तरह कार्ति चिदंबरम विदेश न भाग जाएं, इसलिए लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। कार्ति चिदंबरम पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम के बेटे हैं और उन्होने इस लुकआउट नोटिस को चुनौती दी है।
केंद्र सरकार की तरफ से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल जी. राजगोपालन ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समन भेजने के बाद भी कार्ति पेश नहीं हुए। वह बहाने बनाकर जांच एजेंसी का सामना करने से बच रहे हैं। वह जांच एजेंसी में पेश हों या कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर कहें कि देश से बाहर नहीं जाएंगे, तब उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस का निपटान किया जाएगा।
लेकिन कार्ती के वकील सतीश परासरन ने कार्ति की तुलना माल्या के किए जाने पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि सरकार कार्ति को ऐसे सर्कुलर जारी कर परेशान कर रही है जो आम तौर पर आतंकियों और भगो़ड़े अपराधियों के खिलाफ जारी किए जाते हैं। इस पर राजगोपालन ने कहा कि इस बात की क्या गारंटी है कि विदेश जाने के बाद वह भारत लौट आएंगे। कोर्ट अब मामले में 10 अगस्त को सुनवाई करेगा।
गौरतलब है कि कार्ति पर गलत तरीके से आइएनएक्स मीडिया को फायदा पहुंचाने का आरोप है। इस मामले में 15 मई को कार्ति और आईएनएक्स मीडिया के अलावा आठ अन्य लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई।