मोहनलालगंज में गंगा देवी के बाद कौशल किशोर लगाएंगे जीत की हैट्रिक!

मोहनलालगंज में गंगा देवी के बाद कौशल किशोर लगाएंगे जीत की हैट्रिक!

लखनऊ। लखनऊ जिले की दूसरी लोकसभा सीट मोहनलालगंज पर अब तक सिर्फ एक प्रत्याशी जीत की हैट्रिक लगा पाने में कामयाब रहा है। पिछले दो चुनाव में यहां से भाजपा प्रत्याशी कौशल किशोर विजय परचम फहरा रहे हैं। 2024 के आम चुनाव में भाजपा उम्मीदवार वर्तमान सांसद कौशल किशोर इस चुनाव में जीतते हैं तो जीत की उनकी हैट्रिक बन जाएगी।

1962 में गंगा देवी ने जीता पहला चुनाव-
मोहनलालगंज सीट पर पहली बार चुनाव साल 1962 में हुआ था। इसमें कांग्रेस की गंगा देवी ने जनसंघ के रामबख्श को पराजित किया था। इस चुनाव में गंगा देवी का 78,752 (49.92 प्रतिशत) वो वोट प्राप्त हुए। वहीं दूसरे स्थान पर रहे रामबख्श को 34,542 (18.83 प्रतिशत) वोट मिले। गंगा देवी ने 44,210 वोटों के अंतर से ये चुनाव जीता। इस चुनाव में कुल प्रत्याशी मैदान में थे। इस चुनाव में 46.20 फीसदी मतदान हुआ। एक लाख 83 हजार 481 वोटरों ने इस चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।

1967 में दूसरी बार जीती गंगा देवी-
चौथी लोकसभा के लिए 1967 में हुए आम चुनाव में कांग्रेस ने दूसरी बार गंगा देवी को मैदान में उतारा है। गंगा देवी ने भारतीय जनसंघ के प्रत्याशी रामबख्श का शिक्स्त दी। जीत का अंतर 35,804 मतों का था। गंगादेवी के खाते में 90,283 (41.36 प्रतिशत) वोट आए। वहीं दूसरे स्थान पर रहे रामबख्श को 54,479 (24.96 प्रतिशत) वोट हासिल हुए। इस चुनाव में कुल 5 प्रत्याशी मैदान में थे। इस चुनाव में 48.48 फीसदी मतदान हुआ। कुल 2 लाख 18 हजार 305 वोटरों ने अपने वोट के अधिकार का प्रयोग किया।

1971 में गंगा ने लगाई जीत की हैट्रिक-
पांचवीं लोकसभा के चुनाव में गंगा देवी तीसरी बार कांग्रेस की टिकट पर चुनावी समर में उतरी। इस चुनाव में इंडियन नेश्नल कांग्रेस ऑर्गेनाइजेशन (एनसीओ) प्रत्याशी ख्याली राम को हराया। गंगादेवी को 105,565 (62.97 प्रतिशत) वोट मिले तो वहीं ख्याली राम को मिले 46,285 (27.61 प्रतिशत) वोट। जीत का अंतर 59,280 वोट का रहा। इस चुनाव में 33.49 फीसदी मतदान हुआ। 

कुल 1 लाख 67 हजार 643 वोटरों ने अपने वोट के अधिकार का प्रयोग किया। चुनाव मैदान में कुल तीन प्रत्याशी थे।गौरतलब है कि, इमरजेंसी के बाद हुए चुनाव में कांग्रेस को पहली बार पराजय का सामना करना पड़ा था। जनता पार्टी के रामलाल कुरील ने गंगा देवी को पराजित किया था। 1980 में गंगा देवी चुनाव नहीं लड़ सकीं, तब कांग्रेस के कैलाश पति ने जनता पार्टी के रामलाल कुरील को हराया।

दो बार जीती रीना चौधरी-
गंगा देवी के बाद समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी रीना चौधरी लगातार दो बार यहां से सांसद बनी। 1998 के आम चुनाव में रीना चौधरी ने भाजपा की पूर्णिमा वर्मा को हराकर कुर्सी पर कब्जा किया। वहीं 1999 में रीना चौधरी ने यहां सपा की साइकिल दौड़ाई और भाजपा की पूर्णिमा वर्मा को हराया। 2004 के चुनाव में रीना चौधरी कांग्रेस की टिकट पर चुनाव मैदान में उतरी और लुढ़क कर चौथे स्थान पर चली गई। इस तरह रीना चौधरी गंगा देवी के रिकार्ड की बराबरी करने से चूक गई।

कौशल किशोर के पास हैट्रिक लगाने का मौका-
भाजपा की टिकट पर कौशल किशोर ने 2014 और 2019 के चुनाव में यहां से जीत हासिल की है। पार्टी ने उन्हें तीसरी बार चुनाव मैदान में उतारा है। ऐसे में उनके पास गंगा देवी के रिकार्ड की बराबरी करने का मौका है। मोहनलालगंज सुरक्षित सीट के मौजूदा सांसद कौशल किशोर इस चुनाव में जीतते हैं तो जीत की उनकी हैट्रिक लगाकर इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लेंगे। कौशल किशोर इस बार अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं। ऐसे में यह देखना अहम होगा कि वे गंगा देवी के रिकार्ड की बराबरी कर पाते हैं या नहीं।

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