महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर आैर आयुर्वेदिक दवाओं की अग्रणी निर्माता कंपनी के बीच हुआ एमओयू
श्री वैद्यनाथ आयुर्वेद के साथ अनुसंधान आैर नवाचार को बढावा देगा महायोगी गोरखनाथ विवि*
×गोरखपुर, । अनुसंधान, नवाचार के सामंजस्य से उद्यमिता विकास के लिए नित नए पहल करने वाले महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, आरोग्यधाम गोरखपुर ने शुक्रवार को आयुर्वेदिक दवाओं के निर्माण की अग्रणी कंपनी, श्री वैद्यनाथ आयुर्वेद भवन प्राइवेट लिमिटेड नैनी, प्रयाग के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता करार (एमओयू) किया। इस करार के तहत विश्वविद्यालय आैर श्री वैद्यनाथ आयुर्वेद साझा प्रयास कर शैक्षणिक, अनुसंधान आैर उद्यमितापरक क्रियाकलापों को बढ़ावा देंगे।
विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी आैर श्री वैद्यनाथ आयुर्वेद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी तेजेंदर खुराना ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस एमओयू से दोनों संस्थानों के बीच यह तय हुआ है कि वे शोध आधारित उत्पाद, संयुक्त शोध परियोजनाओं पर मिलकर कार्य करेंगे। साथ ही आयुर्वेद के वर्तमान एवं भविष्य की जरूरतों को पूरा करने, कौशल बढ़ाने के लिए क्षमता विकास, छात्र-संकाय और तकनीकी विनिमय जैसे विषयों पर आगे बढ़ेंगे। श्री वैद्यनाथ आयुर्वेद के साथ हुए एमओयू का स्वागत करते हुए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी ने कहा कि इस समझौता करार से आयुर्वेद के विभिन्न क्षेत्रों में शैक्षणिक, अनुसंधान आैर प्रशिक्षण गतिविधियों के प्रचार-प्रसार को एक नया आयाम मिलेगा।
इस अवसर पर वैद्यनाथ आयुर्वेद की टीम में शामिल प्रवीण कुमार मोरिशेट्टी ने गुरु गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आयुर्वेद संकाय) के द्वितीय व्यावसायिक सत्र के विद्यार्थियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि वैद्यनाथ आयुर्वेद आपका हर तरह से सहयोग करने को तत्पर है। आयुर्वेद के क्षेत्र में वैद्यनाथ एक ख्यातिलब्ध नाम है आैर इसके अनेक उत्पाद अपनी गुणवत्ता से आमजन में बेहद लोकप्रिय हैं।
एमओयू पर हस्ताक्षर के दौरान महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव, एमओयू समन्वयक एवं अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉ. विमल कुमार दूबे, उपकुलसचिव (प्रशासन) श्रीकांत, आयुर्वेद संकाय के प्राचार्य डॉ. मंजूनाथ एनएस, आचार्य डॉ. गिरिधर वेदांत, डॉ. गोपी कृष्ण, सह आचार्य डॉ. विनम्र शर्मा आैर श्री वैद्यनाथ आयुर्वेद के क्षेत्र महाप्रबंधक आशीष सिन्हा प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।