मिश्रिख में BSP बिगाड़ सकती है SP का खेल , वोटर सपा कैंडिडेट को मान रहे डमी प्रत्याशी
मिश्रिख में BSP बिगाड़ सकती है SP का खेल , वोटर सपा कैंडिडेट को मान रहे डमी प्रत्याशी
शरद
हरदोई। यूपी की मिश्रिख लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र भारत की चुनावी राजनीति में अपना महत्वपूर्ण स्थान रखती है । वर्ष 2019 के आम चुनाव में क्षेत्र में बड़ा जबरदस्त मुकाबला देखने को मिला था । या फिर यह भी कह सकते हैं कि मोदी मैजिक का कमाल देखने को मिला था । भाजपा प्रत्याशी अशोक रावत ने 2019 में हुए चुनाव में 01 लाख से अधिक मतों से जीत दर्ज की थी । जिसमें 5 लाख 34 हजार के करीब वोट मिले थे । और प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी डॉ० नीलू सत्यार्थी को 4 लाख 33 हजार के करीब वोट मिले थे । बुधवार को माधौगंज मे बसपा की आयोजित जनसभा मे लोगो का सैलाब उमड़ पड़ा।
2024 में कुछ आंकड़े और समीकरण बदले बदले से लग रहे हैं । जहां सत्ताधारी प्रत्याशी को जीतने के लिए पांच विधानसभा के विधायक , ब्लॉक प्रमुख व पार्टी समर्थित चेयरमैन भी प्रत्याशी को जिताने के लिए दिन-रात पसीना बहाते नजर आ रहे हैं । दूसरी ओर चुनाव की गर्मी में वोटरों की कोई सुध लेने वाला नहीं दिखाई दे रहा है । भाजपा /प्रत्याशी से नाराज वोटर इंडिया गठबंधन प्रत्याशी संगीता राजवंशी को भीतर ही भीतर जो वोट मिलने वाला था वह भी अब खिसकता हुआ दिखाई दे रहा है ।
जिसका मूल कारण मतदाता रिश्तेदारी और गठबंधन प्रत्याशी को डमी प्रत्याशी मान रहें है । आखिरकार अब सीधी लड़ाई बीजेपी की बीएसपी की हो सकती है। वहीं बहुजन समाज पार्टी ने इसका राजनीतिक लाभ लेने को लेकर मिश्रिख से बीआर अहिरवार को प्रत्याशी बनाया है । राजनीतिक समीकरण बदलने को लेकर बीएसपी प्रमुख मायावती बुधवार को माधौगंज में एक विशाल जनसभा को भी संबोधित कर वोटरों से अपने पक्ष में मतदान करने को लेकर अपील की जिसमे भारी संख्या मे मतदाता मौजूद रहे।