कैसरगंज सीट पर भाजपा उम्मीदवार 

 कैसरगंज सीट पर भाजपा उम्मीदवार 

लोकसभा : उत्तर प्रदेश की कैसरगंज लोकसभा सीट पर उम्मीदवार उतारने के लिए भाजपा कई दिनों से मंथन कर रही थी. बृजभूषण शरण सिंह का इस सीट पर 2009 से ही दबदबा है. लेकिन इस बार उनकी जगह पार्टी ने उनके बेटे को टिकट दिया है. माना जा रहा है कि महिला पहलवानों के आरोपों के कारण बृज भूषण शरण सिंह को टिकट नहीं मिला. लेकिन इस सीट पर उनके ही परिवार का दबदबा अब भी कायम है. भाजपा के इस फैसले पर पहलवान साक्षी मलिक ने नाराजगी जाहिर की है. 
फूटा साक्षी मलिक का गुस्सा

साक्षी मलिक ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के बेटे करण को उत्तर प्रदेश की कैसरगंज सीट से लोकसभा चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार चुनने पर भाजपा पर निशाना साधा. साक्षी ने कहा कि इस फैसले से देश की बेटियों की हार हुई है. 


बृज भूषण पर लगा था यौन उत्पीड़न का आरोप

साक्षी, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट सहित शीर्ष पहलवानों ने बृज भूषण पर डब्ल्यूएफआई प्रमुख के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था और उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर महीनों तक जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन किया था.

पहलवानों में नाराजगी

बृजभूषण कैसरगंज से मौजूदा सांसद हैं और अब उनके बेटे को इस सीट से भाजपा का टिकट मिलने से प्रदर्शनकारी पहलवानों में नाराजगी है. साक्षी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, ‘देश की बेटियां हार गईं, बृजभूषण जीत गया.’ पिछले साल कुश्ती को अलविदा कहने वाली रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी ने कहा कि पहलवानों की न्याय की मांग पर ध्यान नहीं दिया गया.


..बृजभूषण को गिरफ्तार नहीं किया गया

उन्होंने कहा, ‘हम सभी ने अपना करियर दांव पर लगाया, कई दिनों तक धूप और बारिश में सड़कों पर सोए. आज तक बृजभूषण को गिरफ्तार नहीं किया गया. हम कुछ नहीं मांग रहे थे, हम सिर्फ न्याय मांग रहे थे.’ साक्षी ने कहा, ‘गिरफ्तारी छोड़िए, आज उनके बेटे को टिकट देकर आपने देश की करोड़ों बेटियों का मनोबल तोड़ दिया है. अगर टिकट सिर्फ एक परिवार को जाता है, तो क्या देश की सरकार एक आदमी के सामने इतनी कमजोर है? भगवान श्री राम के नाम पर सिर्फ वोट चाहिए, उनके दिखाए रास्ते का क्या?’

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