बेकार है जो हाथ उन्हे काम चाहिए, वरना ये रख देगे...

असंगठित बीड़ी श्रमिकों का  श्रमिक दिवस पर विचार गोष्ठी सम्पन्न

बेकार है जो हाथ उन्हे काम चाहिए, वरना ये रख देगे...

 
आजमगढ़। नगर में स्थित तकिया चकला पहाड़पुर में असंगठित बीड़ी मजदूर कल्याण समिति के कार्यालय पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। विचार गोष्ठी की अध्यक्षता अवकाश प्राप्त प्रिंसपल  कल्पनाथ सिंह  ने किया और विचार गोष्ठी का संचालन कवि शायर एवं साहित्यकार नामी चिरैयाकोटी ने किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अभिषेक जायसवाल दीनू रहे। इस विचार गोष्ठी के प्रारम्भ में अभिषेक जायसवाल दीनू ने कामरेट कतवारू राम गोंड  के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए मजदूर दिवस पर अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम के प्रमुख वक्ताओं ने मुन्नु यादव  ने मजदूर दिवस की महत्ता पर अपने विचारों से उपस्थित लोगो को अवगत कराया। वक्ता के रूप में  जुल्फेकार वेग ने मजदूरों कीे वर्तमान स्थित पर चिन्ता व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए कवि एवं शायर नामी चिरैयाकोटी ने अपने रचना की दो पंक्तियां मजदूर दिवस पर समर्पित करते हुए कहा-
‘‘ बेकार है जो हाथ उन्हे काम चाहिए।
वरना ये रख देगे सभी कानून तोड़कर‘‘।।
अन्त में मजदूर दिवस पर आये हुए सभी पुरूषो एवं महिलाओं को धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम के आयोजक कैलाश प्रसाद गोड़ ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से इन लोगो ने भाग लिया मास्टर अब्दुल कलाम साहब, मुन्नु यादव, नामी चिरैयाकोटी, कल्पनाथ सिंह, अजय सिंह, जुल्फेकार बेग , बी0डी0 कुमार, नगीना प्रसाद मौर्य, कान्ति देवी, उर्मिला देवी, सुनिता देवी, बन्दना देवी, शमा बानों, राबिया, मालती देवी, सुनिता विश्वकर्मा, पूनम श्रीवास्तव, उषा देवी, श्यामदुलारी, मीरा सिंह, बबली सिंह, शिल्पा राय, ममता देवी, अंशशिखा सिंह, रेखा, जयमाला, बन्दना शर्मा, कामिनी देवी, कामिनी गुप्ता आदि उपस्थित रहे। 
 
 
Tags: Azamgarh

About The Author

Latest News