हाइपो थाइराइड से फैटी लिवर होने की संभावना अधिक: डॉ. रोहित सिन्हा

लिवर में वसा जमा होने से हो सकते हैं टाइप-2 डायबिटीज के मरीज,कराएं जांच

हाइपो थाइराइड से फैटी लिवर होने की संभावना अधिक: डॉ. रोहित सिन्हा

लखनऊ। एसजीपीजीआई चिकित्सा संस्थान में नित नए शोध करने के रूप में जाना जाता है। शुक्रवार को संस्थान के एंडोक्राइनोलॉजी विभाग के एसोसिएट प्रो.रोहित सिन्हा जन जागरूकता बढाने के उदेश्य से उन्होंने बताया कि हाइपो थाइराइड से फैटी लिवर होने की अधिक संभावना होती है। इसके लिए समय पर लिवर की जांच कराना चाहिए जिससे फैटी लिवर जैसी होने वाली बीमारियों का पता चल सके।

उन्होंने बताया कि गैर-मादक वसायुक्त यकृत रोग एक चयापचय लिवर रोग है, जो उन व्यक्तियों में विकसित होता है जो शराब का सेवन नहीं करते हैं या मध्यम मात्रा में करते हैं। डॉ.सिन्हा ने कहा कि एनएएफएलडी 30 प्रतिशत से अधिक भारतीयों को प्रभावित करता है और यह प्रवृत्ति आधुनिक जीवन शैली में बदलाव के कारण खतरनाक दर से बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि यकृत में वसा का संचय इस बीमारी की ओर ले जाता है। इसके लिए जागरूक होने की जरूरत है। जिससे टाइप-2 डायबिटीज विकसित होने की संभावना बढ़ जाती है और कुछ रोगियों में यह बीमारी लिवर में फाइब्रोसिस, सिरोसिस और अंतत: लिवर कैंसर की ओर ले जाती है।

ज्ञात हो कि संपूर्ण विश्व में रोगियों में हाइपोथायरायडिज्म (थायरॉइड का कम स्तर) और एनएएफएलडी के विकास के बीच एक मजबूत संबंध है और जो अन्य सभी कारणों के साथ हृदय संबंधी मृत्यु दर को बढ़ा सकता है। थायराइड हार्मोन जो हमारी थायराइड ग्रंथि द्वारा स्रावित होते हैं और हमारे यकृत में वसा चयापचय को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण योगदान हैं। इसके पहले किये गये शोध में पता चला है कि थायराइड हार्मोन चीनी और वसा से भरपूर आहार खाने वाले चूहों में वसायुक्त यकृत रोग के विकास को रोक सकते हैं।

इसी तरह मनुष्यों में किए गए नैदानिक परीक्षणों ने भी एनएएफएलडी और मधुमेह के रोगियों में कम खुराक में दिए गए थायराइड हार्मोन के लाभकारी प्रभाव दिखाए हैं। डॉ.सिन्हा ने कहा कि प्राकृतिक थायराइड हार्मोन की औषधीय खुराक से जुड़े दुष्प्रभाव एनएएफएलडी रोगियों में इसके उपयोग को सीमित कर सकते हैं। इस कारण यकृत विशिष्ट सिंथेटिक थायराइड हार्मोन एनालॉग के विकास की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि अभी तक तक कोई दवा उपलब्ध नहीं थी,अभी हाल ही में यकृत विशिष्ट थायरॉइड हार्मोन एनालॉग, रेस्मिटिरॉम एडवांस स्टेज एनएएफएलडी का इलाज करने वाली पहली यूएस-एफडीए दवा बन गई।

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